Wednesday, 19 March 2014

ना जाने क्या दिल में अपने कुछ छुपा रहा है कोई

ना जाने क्या दिल में अपने कुछ छुपा रहा है कोई
करीब रह कर भी मुझ से दूर जा रहा है कोई

फासले पनप रहे हैं दिलों में इस कदर
तैश में किये गये फैसलों को निभा रहा है कोई

जिदंगी में हंसते हुए चेहरों की ही कीमत होती है..
अश्क आंखों में रख कर मुस्कुरा रहा है कोई

कभी खैरात में मोहब्बत की दौलत नहीं मिलती
फिर क्या सोच कर अपने दिल को बहला रहा है कोई

जिदंगी के सफर में नये रास्ते तलाशते रहो...
उम्मीद के दम पर आज भी जिये जा रहा है कोई

वो भी सितारे हैं जो चमकते हैं इन आँखों में
इन सितारों को अश्क बना कर क्यूं बहा रहा है कोई

'ख्वाहिश' हंसते हुए बच्चे देख कर खुश रहना सीखो
जिदंगी कैसे जीते हैं, तुम्हें समझा रहा है कोई


~~~~~Khwahish~~~~~

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