Thursday, 30 May 2013

Main Jahan Rahoon..... Teri Yaad Saath hai..

मैं जहाँ रहूँ, मैं कहीं भी हूँ, तेरी याद साथ है।


मैं जहाँ रहूँ,
मैं कहीं भी हूँ,
तेरी याद साथ है।

किसी से कहुँ
के नहीं कहुँ
ये जो दिल
की बात है

कहने को साथ अपने
एक दुनिया चलती है
पर चुपके इस दिल में
तन्हाई पलती है
बस याद साथ है
तेरी याद साथ है

मैं जहाँ रहूँ,
मैं कहीं भी हूँ,
तेरी याद साथ है।

कहीं तो दिल में यादों की
एक सूली गड़ जाती है
कही हर एक तसवीर बहुंत ही
धुंधली पड़ जाती है
कोई नयी दुनिया के नए
रंगों में खुश रहता है
कोई सब कुछ पाके भी
ये मन ही मन कहता है

कहने को साथ अपने
एक दुनिया चलती है
पर चुपके इस दिल में
तन्हाई पलती है
बस याद साथ है
तेरी याद साथ है


कहीं तो बीते कल की जड़े
दिल में ही उतर जाती है
कहीं जो धागे टूटे तो
मालाएँ बिखर जाती है
कोइ दिल में जगह नई
बातों के लिए रखता है
कोई अपने पलकों पर
यादें के दिए रखता है

कहने को साथ अपने
एक दुनिया चलती है
पर चुपके इस दिल में
तन्हाई पलती है
बस याद साथ है
तेरी याद साथ है



http://www.youtube.com/watch?v=zsfqBLu9lrw

Tadap Tadap ke is Dil se AAH Nikalti Rahi..

तड़प तड़प के इस दिल से आह निकलती रही


बेजान दिल को तेरे इश्क ने जिंदा किया
फिर तेरे इश्क ने ही इस दिल को तबाह किया..

तड़प तड़प के इस दिल से आह निकलती रही,
मुझको सजा दी प्यार की ऐसा क्या गुनाह किया
तो लुट गए हाँ लुट गए
तो लुट गए हम तेरी मोहब्बत में

अजब है इश्क यारा
पल दो पल की खुशियाँ
गम के खजाने मिलते हैं
मिलती है तन्हाईयाँ
कभी आंसूं कभी आहें
कभी शिकवे कभी नालें
तेरा चेहरा नज़र आये
तेरा चेहरा नज़र आये मुझे दिन के उजालों में
तेरी यादें तड़पाएं
तेरी यादें तड़पाएं रातों के अंधेरों में
तेरा चेहरा नज़र आये
मचल-मचल के इस दिल से आह निकलती रही है
मुझको सजा दी प्यार की ऐसा क्या गुनाह किया
तो लुट गए हाँ लुट गए
तो लुट गए हम तेरी मोहब्बत में

अगर मिले खुदा तो
पूछूंगा खुदाया
जिस्म मुझे देके मिट्टी का
शीशे सा दिल क्यों बनाया
और उस पे दिया फितरत
के वो करता है मोहब्बत
वाह रे वाह तेरी कुदरत
वाह रे वाह तेरी कुदरत उस पे दे दिया किस्मत
कभी है मिलन कभी फुरकत
कभी है मिलन कभी फुरकत है यही क्या वो मोहब्बत
वाह रे वाह तेरी कुदरत
सिसक-सिसक के इस दिल से आह निकलती रही है
मुझको सज़ा दी प्यार की ऐसा क्या गुनाह किया
तो लुट गए हाँ लुट गए
तो लुट गए हम तेरी मोहब्बत में


तड़प तड़प के इस दिल से आह निकलती रही,
मुझको सजा दी प्यार की ऐसा क्या गुनाह किया
तो लुट गए हाँ लुट गए
तो लुट गए हम तेरी मोहब्बत में


http://youtu.be/CaPKkSrOTQM

Tuesday, 21 May 2013

Tu meri ibteda hai, tu meri inteha hai




Tu meri ibteda hai, tu meri inteha hai,
Bin tere hamrahi, zindagi, meri kya hai.

Tu meri ibteda hai, tu meri inteha hai, - 2
Bin tere hamrahi, zindagi, meri kya hai.

Tu meri ibteda hai, tu meri inteha hai,

Tohfa muhabatton ka, pahle koi na laya - 2
mausam ye chahaton ka, pahle kabhi na aaya
jane chaman, dil dhadkan, tu hi meri wafa hai.

Tu meri ibteda hai, tu meri inteha hai - 2

Aayenge hosh me na, aisa khumar hoga - 2
khwabon ke aashiyan me, bas pyar pyar hoga
mere sanam, teri kasam, tu hi mera khuda hai.

Tu meri ibteda hai, tu meri inteha hai - 2
Bin tere hamrahi, zindagi, meri kya hai.

Tu meri ibteda hai, tu meri inteha hai - 2



http://youtu.be/PaEB3foJlvw

Love U My Mmehi....

Sunday, 12 May 2013

बला का हुस्न गज़ब का शबाब नींद में है।


Bala ka hushn, Ghazab ka, Shabab Neend me hai..
बला का हुस्न गज़ब का शबाब नींद में है,

बला का हुस्न गज़ब का शबाब नींद में है,
है जिस्म जैसे गुलिस्तां, गुलाब नींद में है।

उसे ज़रा सा भी पढ़ लो तो शायरी आ जाए,
अभी गज़ल की मुकम्मल किताब नींद में है।

मचल रही है मेरे दिल में दीद की हसरत,
वो डाले चेहरे पे नीला नकाब नींद में हैं।

वो इन्कलाब उठाता है ले के अंगड़ाई,
सवाल जागा हुआ है जवाब नींद में है।



http://youtu.be/Zhp0e82SReY

Saturday, 4 May 2013

Kahin door jab din dhal jaye

कहीं दूर जब दिन ढ़ल जाए
Kahin door jab din dhal jaye


कहीं दूर जब दिन ढ़ल जाए, सांझ की दुलहन बदन चुराए,
चुपके सा आए - (2)
मेरे खयालों के आंगन में, कोई सपनों के दीप जलाए
दीप जलाए

कहीं दूर जब दिन ढ़ल जाए, सांझ की दुलहन बदन चुराए,
चुपके सा आए

कभी युँ ही जब हुई बोझल साँसे,
भर आई बैठे बैठे जब युँ ही आँखे (2)
तभी मचल के, प्यार से चल के, छुए कोई मुझे पर
नजर न आए, नजर न आए।

कहीं दूर जब दिन ढ़ल जाए, सांझ की दुलहन बदन चुराए,
चुपके सा आए

कहीं तो ये दिल कभी मिल नहीं पाते
कहीं से निकल आए जनमों के नाते - (2)
है मीठी उलझन, बैरी अपना मन, अपना ही होके सहे,
दर्द पराए, दर्द पराए।

कहीं दूर जब दिन ढ़ल जाए, सांझ की दुलहन बदन चुराए,
चुपके सा आए

दिल जाने, मेरे सारे, भेद ये गहरे,
हो गए कैसे मेरे सपने सुनहरे - (2)
ये मेरे सपने, ये हि तो हैं अपने, मुझसे जुदा न होंगे
इनके ये साये, इनके ये साये

कहीं दूर जब दिन ढ़ल जाए, सांझ की दुलहन बदन चुराए,
चुपके सा आए
मेरे खयालों के आंगन में, कोई सपनों के दीप जलाए
दीप जलाए


http://www.youtube.com/watch?v=w1ezvwoH364

Friday, 3 May 2013

Kisi Nazar ko tera intezaar aaz bhi hai.

किसी नजर को तेरा इंतेजार आज भी है।
Kisi Nazar ko tera intezaar aaz bhi hai.

किसी नजर को तेरा इंतेजार आज भी है,
कहाँ हो तुम के ये दिल बेकरार आज भी है,


वो वादियाँ, वो फिजाएं के हम मिले थे जहाँ,
मेरे वफा का वहीं पर मजार आज भी है,


न जाने देख के क्यों उनके ये हुआ अहसास,
के मेरे दिल पे उन्हें इख्तियार आज भी है,


वो प्यार जिस के लिए हमने छोड़ दी दुनियां,
वफा की राह में घायल वो प्यार आज भी है,


यकीं नहीं हैं मगर आज भी ये लगता है,
मेरी तलाश में शायद बहार आज भी है।

न पूछ कितने मुहब्बत के जख्म खाएँ हैं,
के जिनको सोचके दिल सोगवार आज भी है,
 वो प्यार जिस के लिए हमने छोड़ दी दुनियां,
वफा की राह में घायल वो प्यार आज भी है, किसी नजर को तेरा इंतेजार आज भी है,
कहाँ हो तुम के ये दिल बेकरार आज भी है,

I Love U dear, Love U so so much.. Still Waiting for You and will wait forever.

http://youtu.be/iD2sVJuZW6A