हूँ लाख ज़हन का आज़ाद क्या है मेरे पास
सिवाए दिल-ए-बर्बाद क्या है मेरे पास
तुझे सुनाने को रुदात क्या है मेरे पास
के तुझसे इश्क की बुनियाद क्या है मेरे पास
कि मेरे साथ कोई हम मिज़ा़ज भी तो नहीं
कि दसतरस मे मिरी मेरा आज़ भी तो नहीं
कि मेरे कब्ज़े में मेरा समाज भी तो नहीं
कि मेरे पास कोई तख्त-ओ-ताज़ भी तो नहीं
मैं तुझको मांग लूं ऐसा रिवाज़ भी तो नहीं
गिला नहीं है मुकद्दर की नारासाई से
तुझे बचाउँगा इल्ज़ामे बेहयाई से
मैं लड़ ना पाउंगा इतनी बड़ी खुदाई से
मैं तुझको चाहुँगा जस्बों की पारसाई से
मैं अपने होठों की बेरंग रौशनाई से
तेरे लबों पे मुहब्बत का लफ्ज़ लिख दूंगा
मुझे इजाज़त दे... मुझे इजाज़त दे
- Unknown
सिवाए दिल-ए-बर्बाद क्या है मेरे पास
तुझे सुनाने को रुदात क्या है मेरे पास
के तुझसे इश्क की बुनियाद क्या है मेरे पास
कि मेरे साथ कोई हम मिज़ा़ज भी तो नहीं
कि दसतरस मे मिरी मेरा आज़ भी तो नहीं
कि मेरे कब्ज़े में मेरा समाज भी तो नहीं
कि मेरे पास कोई तख्त-ओ-ताज़ भी तो नहीं
मैं तुझको मांग लूं ऐसा रिवाज़ भी तो नहीं
गिला नहीं है मुकद्दर की नारासाई से
तुझे बचाउँगा इल्ज़ामे बेहयाई से
मैं लड़ ना पाउंगा इतनी बड़ी खुदाई से
मैं तुझको चाहुँगा जस्बों की पारसाई से
मैं अपने होठों की बेरंग रौशनाई से
तेरे लबों पे मुहब्बत का लफ्ज़ लिख दूंगा
मुझे इजाज़त दे... मुझे इजाज़त दे
- Unknown