Wednesday, 25 September 2013

दिल-ए-वीरान है, तेरी याद है, तन्हाई है

दिल-ए-वीरान है, तेरी याद है, तन्हाई है
जिन्दगी दर्द की बाहों में सिमट आई है

मेरे महबूब.. ज़माने में.. कोई तुझ सा कहाँ
तेरे जाने से मेरे जान पर बन आई है
जिन्दगी दर्द की बाहों में सिमट आई है
दिल-ए-वीरान है, तेरी याद है, तन्हाई है

एसा उजड़ा है उम्मीदों का चमन तेरे बाद
फूल मुरझाई बहारों पे खिज़ां छाई है
जिन्दगी दर्द की बाहों में सिमट आई है
दिल-ए-वीरान है, तेरी याद है, तन्हाई है

छा गए चारों तरफ गम के अंधेरे साये
मेरी तकदीर मेरे हाल पे शर्माई है
जिन्दगी दर्द की बाहों में सिमट आई है
दिल-ए-वीरान है, तेरी याद है, तन्हाई है

http://www.youtube.com/watch?v=Tif4Ci0cygE&list=PLpG1Fr8qArELeWNW76n_rGQ_sKFaWEKkk&index=139

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