Thursday, 12 September 2013

रब्बा तू इतना बता दे.. मैं की करां..

रब्बा... हाय रब्बा -

किसी दा.. तू क्या लागे
लो टूटे कच्चे धागे
फिरे दिल मारा मारा
यार दा छूटा सहारा
क्यों है भला.. ये दूरियां
क्यों है खला.. अब दरमयां

रब्बा... तू इतना बता दे
हाँ बता दे.. बता दे रब्बा
की कराँ, मैं हुण की करां वे
हाँ बता दे बता दे रब्बा.

भागा भागा फिरता है ये दिल,
जाने ऐसी क्या है मुश्किल
तेरी बिना जीना नहीं है
तू तो मेरी सासों में शामिल
तेरी दुहाईयाँ तेरे सदके सोहणे यार
दे दे रिहाईयाँ मेनु दिल से सोह्णिया
दिल का कहीं है क्या सहारा
क्यों है भला ये दूरियां

रब्बा... तू इतना बता दे
हाँ बता दे.. बता दे रब्बा
की कराँ, मैं हुण की करां वे
हाँ बता दे बता दे रब्बा.

तेरे बिना जिया ना मोरा लागे,
तेरे बिना
तेरे बिना जिया ना मोरा लागे
तेरे बिना
जिया ना लागे

रूठा रूठा रहता है ये मन
जाने ऐसा क्या है उलझन
तेरे बिना हंसता नहीं है
जाने मेरा क्युं है दुश्मन

मेरी तन्हाइयाँ डसे मुझको सोह्णिया
होंगी रुस्वाईयां तेरे दिल की सोह्णिया
मेरा नहीं है अब गुज़ारा
क्यों है भला ये दूरियाँ

रब्बा... तू इतना बता दे
हाँ बता दे.. बता दे रब्बा
की कराँ, मैं हुण की करां वे
हाँ बता दे बता दे रब्बा.

रब्बा... हाय रब्बा -

http://youtu.be/e2jS8P9E7V0


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