जुदा होने के मौसम में जुदा होना भी पड़ता है
जिसे मुश्किल से पाया हो उसे खोना भी पड़ता है
खुद पे मान इतना है कभी मुड़ कर नहीं देखा
जिसे कह दूँ कि मेरा है, उसे होना भी पड़ता है
मुझे नींद नहीं आती उसकी याद आने के बाद
मगर एक ख्वाब के लालच में फिर सोना भी पड़ता है
हमेशा हँसते रहता हूँ छुपा के ग़म मोहब्बत के
मगर जब उसका नाम आये तो रोना भी पड़ता है
- अज्ञात
जिसे मुश्किल से पाया हो उसे खोना भी पड़ता है
खुद पे मान इतना है कभी मुड़ कर नहीं देखा
जिसे कह दूँ कि मेरा है, उसे होना भी पड़ता है
मुझे नींद नहीं आती उसकी याद आने के बाद
मगर एक ख्वाब के लालच में फिर सोना भी पड़ता है
हमेशा हँसते रहता हूँ छुपा के ग़म मोहब्बत के
मगर जब उसका नाम आये तो रोना भी पड़ता है
- अज्ञात
No comments:
Post a Comment