Tuesday, 13 August 2013

बीते हुए लम्हों की कसक साथ तो होगी,

 Beete Huye Lamhon ki Kasak Saath to hogi..


बीते हुए लम्हों की कसक साथ तो होगी,
ख्वाबों ही मे हो चाहे, मुलाकात तो होगी
.
ये प्यार में डूबी हुई रंगीन फिज़ाएँ
ये चहरे, ये नजरे, ये जवाँ रुत, ये हवाएँ
हम जाएँ कहीं, इनकी महक साथ तो होगी
बीते हुए लम्हों की कसक साथ तो होगी,
ख्वाबों ही मे  हो चाहे, मुलाकात तो होगी
.
फूलों की तरह दिल में बसाएँ हुए रखना
यादों के चरागों को जलाए हुए रखना
लम्बा है सफर इसमें कहीं रात तो होगी
बीते हुए लम्हों की कसक साथ तो होगी,
ख्वाबों ही मे  हो चाहे, मुलाकात तो होगी
.
ये साथ गुज़ारे हुए लम्हात की दौलत
जज़्बात की दौलत ये खयालात की दौलत
कुछ पास न हो पास ये सौगात तो होगी
बीते हुए लम्हों की कसक साथ तो होगी,
ख्वाबों ही मे  हो चाहे, मुलाकात तो होगी

http://youtu.be/_NX5LvqUuSQ

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