Sunday, 4 August 2013

अजीब सानहा मुझ पर गुज़र गया यारों

Azeeb Sanha Mujh par Guzar gaya yaron.

अजीब सानहा मुझ पर गुज़र गया यारों
मैं अपने साये से कल रात डर गया यारों

हर एक नक्श तमन्ना का हो गया धुंधला
हर एक ज़ख्म मेरे दिल का भर गया यारों

भटक रही थी जो कश्ती वो गक्र-ए-आब हुई
चढ़ा हुआ था जो दरिया उतर गया यारों

वो कौन था वो कहाँ का था क्या हुआ था उसे
सुना है आज कोई शक्स मर गया यारों

http://www.youtube.com/watch?v=cEuT3w-L76U&feature=share&list=PLpG1Fr8qArELeWNW76n_rGQ_sKFaWEKkk

 

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