Log Kahte hain, Aznabi tum ho.
लोग कहते हैं अज़नबी तुम हो
अजनबी मेरी जिन्दगी तुम हो
.
दिल किसी और का न हो पाया
आरज़ू मेरी आज भी तुम हो
.
मुझको अपना शरीक-ए-गम कर लो
युँ अकेले बहुत दुखी तुम हो
.
दोस्तो से वफा की उम्मीदें
किस ज़माने के आदमी तुम हो
.
.
http://youtu.be/g7p9FlgDrVU
लोग कहते हैं अज़नबी तुम हो
अजनबी मेरी जिन्दगी तुम हो
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दिल किसी और का न हो पाया
आरज़ू मेरी आज भी तुम हो
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मुझको अपना शरीक-ए-गम कर लो
युँ अकेले बहुत दुखी तुम हो
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दोस्तो से वफा की उम्मीदें
किस ज़माने के आदमी तुम हो
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http://youtu.be/g7p9FlgDrVU
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