Sunday, 4 August 2013

आपकी याद आती रही रात भर

Aapki Yaad Aati Rahi Raat Bhar.

आपकी याद आती रही रात भर
चश्म-ए-नम मुस्कुराती रही रात भर
आपकी याद आती रही

रात भर दर्द की शम्मा जलती रही
गम की लौ थरथराती रही रात भर
आपकी याद आती रही

बांसुरी की सुरीली सुहानी सदा
याद बन बनके आती रही रात भर
चश्म-ए-नम मुस्कुराती रही रात भर
आपकी याद आती रही

याद की चाँद दिल में उतरती रही
चाँदनी जगमगाती रही रात भर
चश्म-ए-नम मुस्कुराती रही रात भर
आपकी याद आती रही

कोई दीवाना गलियों में फिरता रहा
कोई आवाज़ आती रही रात भर
चश्म-ए-नम मुस्कुराती रही रात भर
आपकी याद आती रही

http://www.youtube.com/watch?v=KaGj5hpFQpk&feature=share&list=PLpG1Fr8qArELeWNW76n_rGQ_sKFaWEKkk

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