Wednesday, 31 July 2013

अजब मौसम है, मेरे हर कद़म पे फूल रखता है

अजब मौसम है, मेरे हर कद़म पे फूल रखता है
मुहब्बत में मुहब्बत का फरिश्ता साथ चलता है

मैं जब सो जाऊँ, इन आँखों पे अपने होंठ रख देना
यक़ीं आ जायेगा, पलकों तले भी दिल धड़कता है

हर आंसू में कोई तसवीर अकसर झिलमिलाती है
तुम्हें आँखें बतायेंगी, दिलों में कौन जलता है

बहुत से काम रुक जाते हैं, मैं बाहर नहीं जाता
तुम्हारी याद का मौसम कहाँ टाले से टलता है

मुहब्बत ग़म की बारिश हैं, ज़मीं सर-सब्ज होती है
बहुत से फूल खिलते हैं, जहां बादल बरसता है

__________________ बशीर बद्र साहब

मन रे तू काहे न धीर धरे

Man Re tu Kahe na Dheer Dhare..

मन रे तू काहे न धीर धरे
वो निर्मोही मोह न जानें
जिनका मोह करें
मन रे तू काहे न धीर धरे

इस जीवन की..  चढ़ती-ढलती धूप को किसने बाँधा
रंग पे किसने पहरे डाले...रूप को किसने बाँधा
काहे ये जतन करे
मन रे तू काहे न धीर धरे

उतना ही उपकार समझ कोई...जितना साथ निभा दे
जनम-मरण का मेल है सपना...ये सपना बिसरा दे
कोई न संग मरे
मन रे तू काहे न धीर धरे

http://youtu.be/uA2FhgF6VY4 

तेरी बेरुखी और तेरी मेहरबानी

Teri Berukhi Aur Teri Meharbani..

तेरी बेरुखी और तेरी मेहरबानी
यही मौत है और यही जिंदगानी

लबों पर तबस्सुम, तो आँखों मे पानी
यहीं है यही.. दिल जलों की निशानी

बताउँ है क्या आँसुओँ की हकीकत
जो समझो तो सबकुछ, न समझो तो पानी

http://youtu.be/y6FCwrZP5R0

Tuesday, 30 July 2013

ऐसे तेरे बगैर जिए जा रहें हैं हम

Aise Tere Bagair Jiye Jaa Rahen hain hum.

ऐसे तेरे बगैर जिए जा रहें हैं हम,
जैसे कोई गुनाह किए जा रहें हैं हम

तू जिन्दगी है तुझसे रहें दूर किस तरह
मर मर के जी रहें है तेरे गम में इस तरह
इलज़ाम जैसे कोई लिए जा रहें हैं हम
जैसे कोई गुनाह किए जा रहें हैं हम

कहते हैं लोग जिंदा है तुझसे बिछड़ के हम
लेकिन तेरी जुदाई में बिछ़ड़े हुए सनम
कांधो पे अपनी लाश लिए जा रहें हैं हम
जैसे कोई गुनाह किए जा रहें हैं हम

दिल रो रहा है आँख में आँसू मगर नहीं
रुसवा ना तेरा प्यार हो फरियाद से कहीं
इस डर से अपने होंठ सिए जा रहें हैं हम
जैसे कोई गुनाह किए जा रहें हैं हम

ऐसे तेरे बगैर जिए जा रहें हैं हम,
जैसे कोई गुनाह किए जा रहें हैं हम

http://www.youtube.com/watch?v=3bW5rOG06XE&feature=share&list=PLpG1Fr8qArELeWNW76n_rGQ_sKFaWEKkk

बात दिन की नहीं, अब रात से डर लगता है

Baat Din Ki Nahin, Ab Raat se dar Lagta hai..

बात दिन की नहीं,
अब रात से डर लगता है

घर है कच्चा मेरा
बरसात से डर लगता है

तेरे तोहफे ने तो बस खून के आँसू ही दिए
ज़िन्दगी अब तेरे सौगात से डर लगता है

प्यार को छोड़ कर तुम और कोई बात करो
अब मुझे प्यार की हर बात से डर लगता है

मेरे खातिर कहीं बदनाम न वो हो जाएं
इस लिए उसकी मुलाकात से डर लगता है।


http://www.youtube.com/watch?v=H2H9FPbdW4k&feature=share&list=PLpG1Fr8qArELeWNW76n_rGQ_sKFaWEKkk

Monday, 29 July 2013

पत्थर बना दिया मुझे रोने नहीं दिया

Pathar Bana Diya Mujhe, Rone Nahin Diya..

पत्थर बना दिया मुझे रोने नहीं दिया
दामन भी तेरे गम ने भिगोने नहीं दिया

तनहाईयाँ तुम्हारा पता पूछती रहीं...
शब भर तुम्हारी याद ने सोने नहीं दिया

आँखों मे आकर बैठ गयी अश्क़ो की लहर
पलकों पे कोई ख्वाब पे पिरोने नहीं दिया

दिल को तुम्हारे नाम के आँसू अज़ीज़ थे
दुनिया का कोई दर्द समोने नहीं दिया

'नासिर' यूँ उसकी याद चली हाथ थाम के
मेले मे इस जहान के खोने नहीं दिया

http://youtu.be/Qf1lVsICO6Q 

मंजिल न दे, चराग न दे, हौसला तो दे,

Manzil na de, Charag na de, Hausla to de..

मंजिल न दे, चराग न दे, हौसला तो दे
तिनके का हि सही तू मगर आसरा तो दे

मैंने ये कब कहा कि मेरे हक में हो जवाब
लेकिन खामोश क्यों है तु कोई फैसला तो दे

बरसों मैं तेरे नाम पे खाता रहा फरेब
मेरे खुदा कहां है तु अपना पता तो दे

बेशक मेरे नसीब पे रख अपना इख्तियार
लेकिन मेरे नसीब में क्या है बता तो दे


http://youtu.be/_7uJOHOxgUY

Sunday, 28 July 2013

Take me to your heart


Hiding from the rain and snow 
Trying to forget but I won't let go 
Looking at a crowded street 
Listening to my own heart beat 
So many people all around the world 
Tell me where do I find someone like you gir 
Take me to your heart 
Take me to your soul 
Give me your hand before I'm old 
Show me what love is
Haven't got a clue 
Show me that wonders can be true 
They say nothing lasts forever 
We're only here today 
Love is now or never 
Bring me far away 
Take me to your heart 
Take me to your soul 
Give me your hand and hold me 
Show me what love is 
Be my guiding star 
It's easy 
Take me to your heart 
...
Standing on a mountain high 
Looking at the moon through a clear blue sky 
I should go and see some friends 
But they don't really comprehend 
Don't need too much talking 
Without saying anything 
All I need is someone 
Who makes me want to sing
Take me to your heart 
Take me to your soul 
Give me your hand before I'm old 
Show me what love is 
Haven't got a clue 
Show me that wonders can be true 
They say nothing lasts forever 
We're only here today 
Love is now or never 
Bring me far away 
Take me to your heart 
Take me to your soul 
Give me your hand and hold me
Show me what love is 
Be my guiding star 
It's easy 
Take me to your heart 
Take me to your heart 
Take me to your soul 
Give me your hand and hold me 
Show me what love is 
Be my guiding star 
It's easy 
Take me to your heart

http://www.youtube.com/watch?v=GKn3GGCbh_0&feature=share&list=RD02EZLR3GpUt4U

जानता हूँ आप मुझसे बहुत मुहब्बत करते हो

Main Jaanta hoon tum mujhse bahut muhabbat karti ho.


 " मेरी एक अल्ल्हड़ सी हँसी
तुम्हारी जरा सी बात पर
लापरवाह सी , खिल जाती है.
... और ..मेरी हर रात ,
तुम्हारे इंतज़ार मैं गुज़र जाती है.
.वो ढेर सारी बेमोल सी बाते
.जो मैं सारा दिन तुमसे करती हू
.और वो बेमतलब सी शिकायते
.जिनसे तुम्हारे कान भरती हू
.कुछ बचकाने से सवाल
.जिनसे तुम्हें सताती हूँ
. .और कभी बेवजह ही
.तुमसे रूठ जाती हूँ
. . और तब भी जब ..
मैं ,बेबात ही तुमसे
. झगड़ पड़ती हूँ
.तुम समझ तो जाते हो न
तुमसे कितनी मुहब्बत करती हूँ. "


 

 जानता हूँ आप मुझसे बहुत मुहब्बत करते हो ... Missing You my love.

Saturday, 27 July 2013

हम सब परछाईयां हैं


"हम सब परछाईयां हैं
आसमान से गिरी बूँद की तरह
है हमारा वुजूद
शायद खो जाने के लिए..
... --------------पत्ते की तरह कांपती सासे
-------------आड़ी तिरछी रेखाओं से रिश्ते
-------------और करवटें बदलते सच और झूठ..
-------------बस जिंदगी सास लेने लगती है.
कुछ अच्छी बुरी यादें
कुछ बाते जो टीस दे गई
कुछ पल जो याद रह गए
और कुछ वादे जो पूरे न हुए
यु तैयार हुआ ढांचा एहसासों का
-----------क्या एहसास हैं
----------क्या तलाश है
----------क्यों जीते हैं हम
----------क्यों मरते हैं हम
---------कभी अपनी नजरो में
--------कभी दूसरो की नजरो में
फिर भी हँसते हैं हम
दुनिया के लिए
पर क्यों ... नहीं जानते
----------इन्ही अनसुलझे सवालों में उलझे हम
---------रिश्तो के दलदल में डूबे
---------बिना जीवन का मकसद जाने.
---------बढ़ रहे हैं मौत की ऒर पल पल ...
--------फिर भी हम सोचते हैं ...
--------हम जिंदा हैं......."
 



निधि नित्या

Friday, 26 July 2013

जीते रहने की सज़ा दे जिन्दगी ए जिन्दगी

Jeete Rahne Ki Saza de Zindagi Aye Zindagi..

जीते रहने की सज़ा दे जिन्दगी ए जिन्दगी
अब तो मरने की दुआ दे जिन्दगी ए जिन्दगी

मैं तो अब उकता गया हूँ क्या यही है कायनात
बस ये आइना हटा दे जिन्दगी ए जिन्दगी

ढूंढ़ने निकला था तुझको और खुद को खो दिया
तू ही अब मेरा बता दे जिन्दगी ए जिन्दगी

या मुझे एहसास की इस कैद से कर दे रिहा
वरना दीवाना बना दे जिन्दगी ए जिन्दगी

http://www.youtube.com/watch?v=khJNWAIqsaM&feature=share&list=PLpG1Fr8qArELeWNW76n_rGQ_sKFaWEKkk

Thursday, 25 July 2013

हर बार मुझे अजमाते क्यूँ हो

हर बार मुझे अजमाते क्यूँ हो

नाराज़ नहीं मै तुमसे, ख़ुदा से खफा हूँ
 करना होता है जुदा तो मिलाते क्यों हो ?
 सुना है हर मंजिल मिल जाती है ढूँढने से
 मगर मंजिल ही नहीं जिसकी वो रास्ता दिखाते क्यों हो ?

बने नहीं रिश्ते इतने जितने टूट गए
 दूर करना ही था सबसे तो पास लाते क्यों हो ?
 नहीं जाती उन रिश्तों की याद दिल से
 भूलना ही था तो उन्हें याद दिलाते क्यों हो ?

गर जख्म ही देना है तुम्हे बार-बार
 फिर इतना नाजुक दिल बनाते ही क्यों हो ?
 जानते हो सर झुकेगा नहीं मेरा भी तेरे दर पर
 फिर हर बार मुझे अजमाते क्यूँ हो ? ?

आभार - राकेश निधी...

Wednesday, 24 July 2013

वो तो ना मिल सके हमें रुसवाइयाँ मिली,

Wo to na Mil Sake Hamen Ruswaiyan Mili

वो तो ना मिल सके हमें रुसवाइयाँ मिली,
लेकिन हमारे इश्क को रानाइयाँ मिली,

आंखों में उनकी डूब के देखा है बारहाँ
जिनकी थी आरजू ना वो गहराईयाँ मिली

आईना रख के सामने आवाज दी उसे
उसके बगैर जब मुझे तन्हाईयाँ मिली

आए तो वो नज़र मुझे फूलों के आस पास
देखा करीब जाके तो परछाईयाँ मिली

पूछा जो दिल की मैने तबियत का माज़रा
हर कर जवाब में मुझे अंगड़ाईयाँ मिली

नासिर दिल-ए-तबाह ना उनको दिखा सको
मिलने को बारहाँ उसे तन्हाईयाँ मिली


http://www.youtube.com/watch?v=t0CsaAhBWbg&feature=share&list=PLpG1Fr8qArELeWNW76n_rGQ_sKFaWEKkk
 

Tuesday, 23 July 2013

ऐ मुहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया


Ae Muhabbat Tere Anjaam pe Rona Aaya.

ऐ मुहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया,
जाने क्यो आज तेरे नाम पे रोना आया,


युं ते हर शाम उम्मीदों में गुज़र जाती थी,
आज कुछ बात है, जो शाम पे रोना आया,


कभी तकदीर का मातम, कभी दुनिया का गिला
मंज़िल-ए-इश्क में हर गम पे रोना आया


जब हुआ जिक्र जमाने में मुहब्बत का
मुझको अपने दिल-ए-नाकामपे रोना आया


http://youtu.be/EUQzjqPYpa4

तन्हाई... तन्हाई...

Tanhai... Tanhai...

तन्हाई... तन्हाई...
दिल के रास्ते में ऐसी ठोकर मैने खाई,
टूटे ख्वाब सारे, एक मायूसी है छाई,
हर खुसी सो गई, जिन्दगी खो गई,
तुमको जो प्यार किया मैने तो सजा मे पाई
तन्हाई... तन्हाई... मीलों है फैली हुई तन्हाई

ख्वाब में देखा था एक आंचल मैने अपने हाथों में
अब टूटे सपनों के शीशे चुभते है इन आँखो में
कल कोई था यहीं, अब कोई भी नहीं
बनके नागिन जैसे है साँसो में लहराई
तन्हाई... तन्हाई... मीलों है फैली हुई तन्हाई

क्यों ऐसी उम्मीद की मैने जो ऐसे नाकाम हुई
दूर बनाई थी मंजिल तो रस्ते में ही शाम हुई
अब कहाँ जाउँ मैं, किसको समझाउँ मैं
क्या मैने चाहा था और क्यूं किस्मत मे आई
तन्हाई.. तन्हाई... जैसे अंधेरो की हो गहराई

दिल के रास्ते में ऐसी ठोकर मैने खाई,
टूटे ख्वाब सारे, एक मायूसी है छाई,
हर खुसी सो गई, जिन्दगी खो गई,
तुमको जो प्यार किया मैने तो सजा मे पाई
तन्हाई... तन्हाई... मीलों है फैली हुई तन्हाई
तन्हाई... तन्हाई... तन्हाई... तन्हाई...


http://youtu.be/Ai2ObPZsYVU

Monday, 22 July 2013

जुबां पे दर्द भरी दास्तां चली आई

Juban pe Dard Bahri Dastan Chali aayi.

जुबां पे दर्द भरी दास्तां चली आई - 2
बहार आने से पहले खिज़ां चली आई
जुबां पे दर्द भरी दास्तां चली आई

खुशी की चाह में मैने उठाए राज बड़े -2
मेरे नसीब के मेरे कदम जहाँ भी पड़े
ये बदनसीबी मेरी भी वहां चली आई
जुबां पे दर्द भरी दास्तां चली आई

उदास रात है वीरान दिल की महफिल है - 2
ना हमसफर है कोई और ना कोई मंज़िल है
ये जिंदगी मुझे लेकर कहाँ चली आई
जुबां पे दर्द भरी दास्तां चली आई
बहार आने से पहले खिज़ां चली आई
जुबां पे दर्द भरी दास्तां चली आई

http://youtu.be/g-unu0DOZ5Q

Sunday, 21 July 2013

जिंदगी की राहों में रंज-ओ-गम के मेले हैं

Zindagi Ki Rahon me Ranj-o-gham ke Mele hain.

जिंदगी की राहों में रंज-ओ-गम के मेले हैं
भीड़ है कयामत की, और हम अकेले हैं।

आइने के सो टुकड़े करके हमने देखें हैं
एक में भी तन्हा थे, सौ मे भी अकेले हैं
भीड़ है कयामत की, और हम अकेले हैं
जिंदगी की राहों में रंज-ओ-गम के मेले हैं

जब शबाब आया है, आँख क्यों चुराते हो
बचपनी में हम और तुम, साथ साथ खेले हैं
भीड़ है कयामत की, और हम अकेले हैं
जिंदगी की राहों में रंज-ओ-गम के मेले हैं

गेसुओँ के साये में हमने शब गुज़ारी है
आपसे जुदा होकर, आज तक अकेले हैं
भीड़ है कयामत की, और हम अकेले हैं
जिंदगी की राहों में रंज-ओ-गम के मेले हैं

और हम अकेले हैं .......

http://youtu.be/0yELoU3yqVU

Monday, 15 July 2013

हम जैसे तन्हा लोगों का अब रोना क्या मुस्काना क्या

Hum Jaise Tanha Logon ka, ab Rona kya, Muskana kya.

जो पूछता है कोइ सुर्ख क्यों हैं आज आँखे तो
आँख मलते मैं कहता हूँ रात सो ना सका
हजार चाहूँ मगर ये न कह सकूंगा कभी
के रात रोने की ख्वाहिश थी मगर रो ना सका

हम जैसे तन्हा लोगों का अब रोना क्या मुस्काना क्या - 2
जब चाहने वाला कोई नहीं -2
फिर जीना क्या मर जाना क्या


हम जैसे तन्हा लोगों का अब रोना क्या मुस्काना क्या
सौ रंग में जिसको सोचा था, सौ रूप में जिसको चाहा था - 2
सौ रूप में जिसको चाहा था
वो जान-ए-गज़ल तो रूठ गई, अब उसका हाल सुनाना क्या - 2
जब चाहने वाला कोई नहीं -2
फिर जीना क्या मर जाना क्या
हम जैसे तन्हा लोगों का अब रोना क्या मुस्काना क्या


आवाज़ किसी को दें लेकिन एक नाम तुम्हारा होठों पर -2
एक नाम तु्म्हारा होठों पर
हर शकल से उभरो तुम ही तुम, युं खुद को मगर बहलाना क्या - 2
जब चाहने वाला कोई नहीं -2
फिर जीना क्या मर जाना क्या
हम जैसे तन्हा लोगों का अब रोना क्या मुस्काना क्या


रातों का सफर है दिन के लिए और दिन में तमन्ना रातों की - 2
और दिन में तमन्ना रातों की
जब पाँव में रस्ते खो जाए, फिर रुकना क्या घर जाना क्या - 2
जब चाहने वाला कोई नहीं -2
फिर जीना क्या मर जाना क्या
हम जैसे तन्हा लोगों का अब रोना क्या मुस्काना क्या

http://youtu.be/Z2l31c65VQs

Sunday, 14 July 2013

जिस दिन से जुदा वो हमसे हुए, इस दिल ने धड़कना छोड़ दिया

Jist Din se Juda wo Hamse Huye, Is Dil ne Dhadakna Chhor Diya.

वो मेरा रोनक-ए-महफिल कहाँ हैं,
मेरी बिजली मेरा हासिल कहाँ है,
मुकाम उसका है दिल की खलवतों में,
खुदा जाने मुकाम-ए-दिल कहाँ है।

जिस दिन से जुदा वो हमसे हुए,
इस दिल ने धड़कना छोड़ दिया, - 2
है चांद का मुह उतरा उतरा
तारों ने चमकना छोड़ दिया

वो पास हमारे रहते थे, बेरुत ही बहार आ जाती थी - 2
अब लाख बहारें आएँ तो क्या -2
फूलों ने महकना छोड़ दिया - 2

है चांद का मुह उतरा उतरा
तारों ने चमकना छोड़ दिया
इस दिल ने धड़कना छोड़ दिया,

हमराह कोई साथी भी नहीं, अब याद कोई बांकी भी नहीं - 2
अब फूल खिले जख्मों के क्या - 2
आँखो ने बरसना छोड़ दिया - 2

है चांद का मुह उतरा उतरा
तारों ने चमकना छोड़ दिया
इस दिल ने धड़कना छोड़ दिया,

हमने ये दुआ जब भी मांगी, तकदीन बदल दे ऐ मालिक - 2
आवाज ये आई के अब हमने - 2
तकदीन बदलना छोड़ दिया

है चांद का मुह उतरा उतरा
तारों ने चमकना छोड़ दिया
इस दिल ने धड़कना छोड़ दिया।

http://youtu.be/S67HpZ7vOuY

 

Friday, 12 July 2013

किस्मत की शैतानी लिख

मेरी राम कहानी लिख
ये बेबाक बयानी लिख

मरघट जैसी चहल-पहल
...इसको मेरी जवानी लिख

मेरे आँसू झूठे लिख
मेरे खून को पानी लिख

मेरे हिस्से के ग़म को
मेरी ही नादानी लिख

मेरी हर मज़बूरी को
तू मेरी मनमानी लिख

ऊँघ रहे हैं लोग, मगर
मौसम को तूफानी लिख

मेरे थके क़दम मत लिख
शाम बड़ी मस्तानी लिख

ज़िक्र गुनाहों का मत कर
वक़्त की कारस्तानी लिख

दिल से दिल के रिश्ते लिख
बाकी सब बेमानी लिख

जब भी उसका जिक्र चले
दुनिया आनी-जानी लिख

लिखना हो 'आनंद' अगर
किस्मत की शैतानी लिख

 - Anand Kumar Dwivedi

Wednesday, 10 July 2013

वक्त ने हमसे कैसा लिया इम्तेहान

Waqt ne Hamse Kaisa liya Imtehaan.

वक्त ने हमसे कैसा लिया इम्तेहान - 3
हमने रोका नहीं तुम रुके भी नहीं - 2
बन तो सकती थी कितनी अलग दास्तां - 2
हमने रोका नहीं तुम रुके भी नहीं - 2
वक्त ने हमसे कैसा लिया इम्तेहान

हमको इलज़ाम देने से क्या फायदा - 3
अपने कदमों की आहट से
अपने कदमों की आहट से खुद पूछ लो
किसने किसपे गिराई थी क्यों बिजलियाँ - 2
हमने रोका नहीं तुम रुके भी नहीं - 2
वक्त ने हमसे कैसा लिया इम्तेहान

अपनी मर्जी से आए थे महफिल में तुम - 3
अपनी मर्जी से खुद ही
अपनी मर्जी से खुद ही निकल भी गए
सबको ऐसी मुहब्बत मिलेगी कहाँ - 2
हमने रोका नहीं तुम रुके भी नहीं - 2
वक्त ने हमसे कैसा लिया इम्तेहान

काश आए हवा का वो झोंका कहीं - 3
ले उड़े जिन्दगी को
ले उड़े जिन्दगी को उसी मोड़ पर
जब मिली हमको पहली जुदाई जहाँ
हमने रोका नहीं तुम रुके भी नहीं - 2
वक्त ने हमसे कैसा लिया इम्तेहान

Tuesday, 9 July 2013

शिकवा नहीं किसी से, किसी से गिला नहीं

Shikwa Nahi Kisi se, Kisi se Gila Nahi.

शिकवा नहीं किसी से, किसी से गिला नहीं - 2
नसीब में नहीं था जो हमको मिला नहीं,
शिकवा नहीं किसी से, किसी से गिला नहीं
नसीब में नहीं था जो हमको मिला नहीं - 2

तू मिल सका ना हमको, तसल्ली तो हो गयी - 2
आयी बहार शाख पे कली भी खिल गयी
अरमां था हमको जिसका वो गुल खिला नहीं - 2
नसीब में नहीं था जो हमको मिला नहीं - 2

यादों की झिलमिलाती पर्छाइयों के दिन - 2
कटते नहीं है तन्हा तन्हाइयों के दिन
है चाहतों का दिलकश अब सिलसिला नहीं - 2
नसीब में नहीं था जो हमको मिला नहीं - 2
शिकवा नहीं किसी से, किसी से गिला नहीं
नसीब में नहीं था जो हमको मिला नहीं - 2


http://youtu.be/KLpRfLqyDX0

जाते जाते वो मुझे अच्छी निशानी दे गया

Jaate Jaate wo Mujhe Achchi Nishani de Gaya.

जाते जाते वो मुझे अच्छी निशानी दे गया - 2
उम्र भर दोहराउंगा ऐसी कहानी दे गया,
जाते जाते वो मुझे अच्छी निशानी दे गया।

उससे कुछ मैं पा सकूं ऐसी कहाँ उम्मीद थी - 2
गम भी वो शायद बराए मेहरबानी दे गया - 2
उम्र भर दोहराउंगा ऐसी कहानी दे गया,
जाते जाते वो मुझे अच्छी निशानी दे गया।

सब हवाएँ ले गया  मेरे समंदर की कोई - 2
और मुझको एक कश्ती बादबानी दे गया - 2
उम्र भर दोहराउंगा ऐसी कहानी दे गया,
जाते जाते वो मुझे अच्छी निशानी दे गया।

खैर मैं प्यासा रहा, पर उसने इतना तो किया - 2
मेरी पलकों की कतारों को वो पानी दे गया - 2
उम्र भर दोहराउंगा ऐसी कहानी दे गया,
जाते जाते वो मुझे अच्छी निशानी दे गया।


http://youtu.be/8HKk1qLjaEs