Friday, 26 July 2013

जीते रहने की सज़ा दे जिन्दगी ए जिन्दगी

Jeete Rahne Ki Saza de Zindagi Aye Zindagi..

जीते रहने की सज़ा दे जिन्दगी ए जिन्दगी
अब तो मरने की दुआ दे जिन्दगी ए जिन्दगी

मैं तो अब उकता गया हूँ क्या यही है कायनात
बस ये आइना हटा दे जिन्दगी ए जिन्दगी

ढूंढ़ने निकला था तुझको और खुद को खो दिया
तू ही अब मेरा बता दे जिन्दगी ए जिन्दगी

या मुझे एहसास की इस कैद से कर दे रिहा
वरना दीवाना बना दे जिन्दगी ए जिन्दगी

http://www.youtube.com/watch?v=khJNWAIqsaM&feature=share&list=PLpG1Fr8qArELeWNW76n_rGQ_sKFaWEKkk

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